जिनके पास चैकबुक/डेबिट कार्ड नही हैं वो गरीब कहाँ जाएं-----
कमाल है,
झूटली उर्फ़ केतली जैसे महाभृष्ट राजनेता भी काले धन को लेकर उपदेश झाड़ रहे हैं 😶😶
और कई ऐसे बेईमान अफसर जिनके पास इस समय संयोगवश ज्यादा नकदी नही थी वो भी राजा हरिश्चंद्र बनकर खूब छाती ठोक रहे हैं और निर्णय की सराहना कर रहे हैं,
झूटली के अनुसार लोग प्राइवेट अस्पतालों और शादी ब्याहों में चैक और कार्ड से भुगतान करें!!!!!!
अबे केतली...... पहले ये तो सर्वे करवा ले,कि कितने परिवारो के पास भारत में इस समय चैक बुक या डेबिट/क्रेडिट कार्ड उपलब्ध है????
भले ही जनधन के करोड़ो खाते खुल गए हों पर अभी भी 70% भारतियों के पास चैक बुक नही है और इस समय लाइन में लगकर लेना सम्भव भी नही है, किसी की चैक बुक खत्म हो गयी तो दूसरी चैक बुक आने में भी समय लगता है!!!!
मतलब किसी ऐसे आदमी को जिसके पास न चैक बुक है न डेबिट कार्ड (भारत के 70% परिवार), उनका कोई मरीज प्राइवेट अस्पताल में भर्ती है तो उसे मरने के लिए छोड़ दिया जाए????
या उसकी बेटी की शादी है तो वो भीख मांगकर जरूरत पूरी करे या सादगी में 2 जोड़ी कपड़ो के साथ 4 आदमियों की बरात के साथ बेटी विदा कर दे?????
नोटबन्दी का मोदी जी का निर्णय शानदार है इसके दूरगामी लाभ भारतवर्ष को अवश्य मिलेंगे,लेकिन इसे लागु करने में जबरदस्त लापरवाही हुई है जिससे आम जनता हलकान हो गयी है।
क्या नोटबन्दी के शानदार निर्णय को समुचित व्यवस्था के साथ लागु न करने के लिए देश के वित्त मंत्री को अविलम्ब बर्खास्त नही कर देना चाहिए?????
क्या नोटबन्दी के शानदार निर्णय को समुचित व्यवस्था के साथ लागु न करने के लिए देश के वित्त मंत्री को अविलम्ब बर्खास्त नही कर देना चाहिए?????
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