कैबिनेट मंत्री---
1--जयप्रताप सिंह डुमरियागंज जिले की बांसी सीट से विधायक
2--चेतन चौहान अमरोहा जिले को नोगाँव सादात सीट से विधायक
3--राजेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ़ मोती सिंह प्रतापगढ़ जिले की पट्टी सीट से विधायक
राज्यमंत्री स्वतन्त्र प्रभार
4--सुरेश राणा शामली की थानाभवन सीट से विधायक
5--स्वाति सिंह लखनऊ की सरोजनीनगर सीट से विधायक
6--डॉक्टर महेंद्र सिंह विधान परिषद सदस्य
राज्यमंत्री
7---रणवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ़ धुन्नी सिंह फतेहपुर जिले की हुसैनगंज सीट से
सिर्फ 7 मंत्री राजपूत बने, जिनमे मात्र 3 कैबिनेट मंत्री बने,
अखिलेश सरकार में 10 कैबिनेट मंत्री और 2 राज्यमंत्री राजपूत थे
बसपा सरकार में 4 कैबिनेट मंत्री और 6 राज्यमंत्री राजपूत थे।
कल्याण सिंह सरकार में 16 मंत्री राजपूत थे
मुलायम सरकार में 21 मंत्री राजपूत थे
गत 40 वर्षों में सबसे कम राजपूत मंत्री इस बार बनाए गए,
उप मुख्यमंत्री समेत 17 OBC, 6 SC, 7 क्षत्रिय ,8 ब्राह्मण, 8 कायस्थ-वैश्य-खत्री, 2 जाट और 1 शिया मुस्लिम ,1 सिक्ख जाट की UP मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी है।
गूजर ,त्यागी शून्य रह गए।
यही नही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय हिन्दू शेर संगीत सोम का नाम कैबिनेट मंत्री पद से देश के सबसे बड़े राजपूत नेता ने दबाव डालकर कटवाया!!!!!!!!!!!
बेहद शर्मनाक
यही नही उस बड़े कद के तथाकथित महान राजपूत नेता ने अपनी छवि चमकाने के चक्कर में अपने पुत्र का नाम भी मंत्रीमंडल से कटवा दिया!!!!
पश्चिम उत्तर प्रदेश मेरठ सहारनपुर मंडल से एक भी कैबिनेट मंत्री नही बनाया गया!!!!
सुरेश राणा जी को भी मात्र राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) बनाया गया !!!!
योगी जी को अगले विस्तार में शीघ्र संगीत सोम को कैबिनेट में जगह देनी चाहिए, और सुरेश राणा जी को प्रोन्नत कर कैबिनेट मंत्री बनाया जाए।
अभी संगीत सोम के साथ बड़ा अन्याय किया गया है।
हिन्दू हृदय सम्राट योगी आदित्यनाथ जी मुख्यमंत्री बने हमारे लिए यही पर्याप्त है।मंत्री चाहे कम बने हों कोई दिक्कत नही।
बस संगीत सोम के साथ अन्याय हुआ जो अगले मन्त्रीमण्डल विस्तार में सुधार होना चाहिए।
सपा बसपा सरकारों में राजपूत मंत्रियो को मामूली अहीर या दलित मुस्लिम डीएम एसपी हड़का तक देते थे सिर्फ अहीर दलित और मुस्लिम नेताओं की चलती थी।
आदरणीय सुरेश राणा जी को राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) बनाए जाने पर और सभी मंत्रियों को शपथ लेने पर हार्दिक बधाई।
1--जयप्रताप सिंह डुमरियागंज जिले की बांसी सीट से विधायक
2--चेतन चौहान अमरोहा जिले को नोगाँव सादात सीट से विधायक
3--राजेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ़ मोती सिंह प्रतापगढ़ जिले की पट्टी सीट से विधायक
राज्यमंत्री स्वतन्त्र प्रभार
4--सुरेश राणा शामली की थानाभवन सीट से विधायक
5--स्वाति सिंह लखनऊ की सरोजनीनगर सीट से विधायक
6--डॉक्टर महेंद्र सिंह विधान परिषद सदस्य
राज्यमंत्री
7---रणवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ़ धुन्नी सिंह फतेहपुर जिले की हुसैनगंज सीट से
सिर्फ 7 मंत्री राजपूत बने, जिनमे मात्र 3 कैबिनेट मंत्री बने,
अखिलेश सरकार में 10 कैबिनेट मंत्री और 2 राज्यमंत्री राजपूत थे
बसपा सरकार में 4 कैबिनेट मंत्री और 6 राज्यमंत्री राजपूत थे।
कल्याण सिंह सरकार में 16 मंत्री राजपूत थे
मुलायम सरकार में 21 मंत्री राजपूत थे
गत 40 वर्षों में सबसे कम राजपूत मंत्री इस बार बनाए गए,
उप मुख्यमंत्री समेत 17 OBC, 6 SC, 7 क्षत्रिय ,8 ब्राह्मण, 8 कायस्थ-वैश्य-खत्री, 2 जाट और 1 शिया मुस्लिम ,1 सिक्ख जाट की UP मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी है।
गूजर ,त्यागी शून्य रह गए।
यही नही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय हिन्दू शेर संगीत सोम का नाम कैबिनेट मंत्री पद से देश के सबसे बड़े राजपूत नेता ने दबाव डालकर कटवाया!!!!!!!!!!!
बेहद शर्मनाक
यही नही उस बड़े कद के तथाकथित महान राजपूत नेता ने अपनी छवि चमकाने के चक्कर में अपने पुत्र का नाम भी मंत्रीमंडल से कटवा दिया!!!!
पश्चिम उत्तर प्रदेश मेरठ सहारनपुर मंडल से एक भी कैबिनेट मंत्री नही बनाया गया!!!!
सुरेश राणा जी को भी मात्र राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) बनाया गया !!!!
योगी जी को अगले विस्तार में शीघ्र संगीत सोम को कैबिनेट में जगह देनी चाहिए, और सुरेश राणा जी को प्रोन्नत कर कैबिनेट मंत्री बनाया जाए।
अभी संगीत सोम के साथ बड़ा अन्याय किया गया है।
हिन्दू हृदय सम्राट योगी आदित्यनाथ जी मुख्यमंत्री बने हमारे लिए यही पर्याप्त है।मंत्री चाहे कम बने हों कोई दिक्कत नही।
बस संगीत सोम के साथ अन्याय हुआ जो अगले मन्त्रीमण्डल विस्तार में सुधार होना चाहिए।
सपा बसपा सरकारों में राजपूत मंत्रियो को मामूली अहीर या दलित मुस्लिम डीएम एसपी हड़का तक देते थे सिर्फ अहीर दलित और मुस्लिम नेताओं की चलती थी।
आदरणीय सुरेश राणा जी को राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) बनाए जाने पर और सभी मंत्रियों को शपथ लेने पर हार्दिक बधाई।
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