Tuesday, October 4, 2016

मोदीभक्त मूर्ख हो सकते हैं पर आपियों और कांगियो की तरह गद्दार नही हो सकते

सोशल मिडिया पर मेरा व्यक्तिगत अनुभव विभिन्न दलो के समर्थकों की मनोदशा पर----

1---मोदीभक्त या अंधभक्त------

सोशल मिडिया पर मोदीभक्त अनाप शनाप कॉपी पेस्ट, फोटोशॉप डालकर अपने नेता की झूठी वाहवाही कर सकता है और दूसरे नेता का चीरहरण भी कर सकता है,
सिर्फ खम्भे गाड़ने पर जय हो जय हो का गायन शुरू कर देता है,पीतल को सोना और गीदड़ को शेर बताकर प्रचारित कर देता है,

पर 60% मोदी भक्त ऐसे हैं जो सही को सही और गलत को गलत कहने का साहस रखते हैं, और उम्मीद पूरी न होने पर मोदी सरकार और बीजेपी की नीतियों की धज्जियां उड़ाने में कभी संकोच नही करते।।

कुल मिलाकर मोदीभक्त मुर्ख ,फेकू, मन्दबुद्धि, गपोड़ी ,ढपोरशँख, अंधभक्त हो या तुचिये तो हो सकते हैं

पर कोई मोदीभक्त कभी देशद्रोही नही हो सकता,देश उसके लिए सर्वोच्च प्राथमिकता होता है क्योंकि भक्त मूलत: राष्ट्रभक्त ही होते हैं।।

2---आपिये और कांगिये----
मोदिभक्तों और आपियों में सबसे बड़ा फर्क ये है कि मोदी भक्तों में कुछ अंधभक्तों को छोड़कर अधिकांश मोदी सरकार या बीजेपी की खिंचाई करने से नही चूकते,
सोशल मिडिया पर मोदी की खिंचाई की शुरुवात ही भक्तों ने की क्योंकि वो सही को सही और गलत को गलत लिखने का साहस रखते हैं,

लेकिन मैंने आज तक किसी आपिये को केजरीवाल या आम आदमी पार्टी की आलोचना करते नही देखा,जब भी कोई ऐसा मुद्दा आता है तो इनकी जबान सिल जाती है या ये कुतर्क करने लगते हैं,
मेरी मित्रता सूचि में भी कई आपिये हैं,
कुछ ओपन और कुछ चोरी छिपे,
जिन्हें आपिया कहलाने में शर्म आती है, वो आपियो के स्लीपर सेल की तरह काम करते हैं,

ये आपिये ,कांगिये कभी अपने दुष्ट गद्दार नेताओं या उनकी नीतियों कारगुजारियों की आलोचना नही करते,
पर कोई देशभक्त बीजेपी समर्थक बीजेपी की किसी मुद्दे पर आलोचना करता है तो इनकी बांछे खिल जाती है,
इनका खून कई सौ एमएल बढ़ जाता है।
ये सोचते हैं कि अच्छा है मोदी अपने भक्तो में बदनाम होगा तो भक्त इनके धुरतेश्वर की शरण में आ जाएंगे,

केजरीवाल और दिग्विजय सिंह जैसे धूर्त बाटला हाउस एनकाउंटर में इंस्पेक्टर शर्मा की शहादत पर सवाल खड़े करते हैं,कश्मीर में आत्मनिर्णय के अधिकार की मांग का समर्थन करते हैं ,देशद्रोही कन्हैया का समर्थन करते हैं,
पर किसी आपिये कांगिये ने कभी इनके शर्मनाक बयानों की आलोचना नही की।।

और अब इन दुष्टो ने भारतीय सेना की एलओसी पार कार्यवाही पर भी सवालिया निशान लगाकर पाकिस्तान की मदद की है,पर कोई भी गैरतमंद आपिया अभी तक केजरीवाल के देशद्रोही बयान की भर्त्सना करने सामने नही आया है।।।

वहीँ आपिये और कांगिये अपने नेताओ के देशद्रोही कृत्यों पर भी चुप्पी साधकर साबित कर रहे हैं कि ये न सिर्फ मुर्ख हैं, बल्कि धूर्त, गद्दार, और पेड़ वर्कर हैं।।

कुल मिलाकर मोदीभक्त मुर्ख हो सकते हैं अंधभक्त हो सकते हैं पर आपियो और कांगियो की तरह गद्दार नही हो सकते।।

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