जय हो,
आज चुरू राजस्थान के क्षत्रिय शेर स्वर्गीय वीरेंद्र सिंह (राठौर) न्यांगली को आंशिक न्याय मिला है,
06 फ़रवरी 2009 में प्रतिद्वन्दी जाट गिरोह ने धोखे से इनको अकेला पाकर हत्या कर दी थी,जिससे सारे राजस्थान में आग जल उठी थी,
आज जिला व सेशन न्यायाधीश ने इस मामले में श्यामसुन्दर उर्फ सुन्दरिया व सतपाल को धारा 302 के तहत आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
लेकिन पुलिस की लचर विवेचना और कमजोर पैरवी से इस
मामले मे 4 अन्य अपराधियो को बरी कर दिया गया है।।
चुरू नागौर सीकर झुंझनू शेखावाटी राजस्थान का वो इलाका है जहाँ जाट कुल आबादी में 25% से 35% के बीच है वहीँ राजपूत यहाँ 6% से 8% के बीच है,
स्वतन्त्रता प्राप्ति से पहले इस पुरे इलाके पर राजपूत जमीदारो का जबरदस्त वर्चस्व था,
किन्तु 1947 के बाद सब कुछ बदल गया ,गधे घोड़े एक श्रेणी में आ गये और लोकतन्त्र भीड़तंत्र के रूप में सामने आया,
इसी भीड़ के मामले में बहुत आगे होने का फायदा उठाकर पहले जाटों ने राजनीति में अपना वर्चस्व जमाया वहीँ बाद में प्रशासन और दबंगई में भी वर्चस्व जमा लिया।।
जाट वर्चस्व स्थापित होते ही चुरू नागौर इलाके में जाटों ने अन्य जातियो को सताना शुरू कर दिया और इन नवसामन्तवादियों ने इस इलाके में हर वो जुल्म किये जिनका आरोप ये पहले राजपूतो पर लगाते थे,
जब इनके अत्याचार और मनमानी चरम पर पहुंच गयी तो जिन शेरदिल राजपूतों ने इन्हें इन्ही की भाषा में मुहतोड़ जवाब दिया उनमे अग्रणी थे स्वर्गीय वीरेंद्र सिंह न्यांगली जी.....
वीरेंद्र सिंह ने कुछ जांबाज राजपूतो के साथ मिलकर इन्हें ऐसी मार लगाई कि इन्हें छुपने को भी जगह ढूंढनी मुश्किल हो गयी,
इस दौरान राजपूत और जाट शराब माफियाओ में जमकर गैंगवार हुई जिनमे राजपूतो का नेतृत्व स्वर्गीय विरेंद्र सिंह न्यांगली ने किया।।
गैंगवार में जाट सरगना सुमेर फगेडिया मारा गया और उसके बाद जाट गिरोह की कमान संभालने वाले विजेंदर टिलिया पर भी जानलेवा हमला हुआ जिसमे वो अपनी आँख गंवा बैठा।।
कुछ दिन बाद जाट गैंग के दारासिंह की चर्चित पुलिस एनकाउंटर में मौत होने पर जाटों ने मंत्री राजेन्द्र राठौर और वीरेंद्र सिंह न्यांगली की मिलीभगत का आरोप लगाया।
वीरेंद्र सिंह ने बसपा में शामिल होकर जाट बाहुल्य क्षेत्र से विधानसभा चुनाव भी लड़ा था और बेहद मामूली अंतर् से हार गए थे।।
लेकिन 06 फ़रवरी 2009 में वीरेंद्र सिंह को अकेला पाकर जाट गिरोह ने गोलियां बरसाकर उनकी हत्या कर दी,
जिससे पुरे राजस्थान में आग लग गयी थी।।
इस हत्याकांड से राजपूत पक्ष कमजोर पड़ गया लेकिन अब आनन्दपाल सिंह पटल पर सामने आया जिसने जाटों को फिर से बैकफुट पर ला दिया।
2013 में उनके भाई मनोजसिंह न्यांगली सादुलपुर से जाट उम्मीदवार को हराकर विधायक बने और अपने स्वर्गीय भाई का सपना पूरा किया।
उनपर भी जाट जानलेवा हमला कर चुके है और अभी भी वो जाटों के निशाने पर हैं।।
वो विधायक रहते हुए जज की परीक्षा पास कर चुके हैं पर उन्होंने जज की नोकरी के बजाय समाजसेवा करने का निर्णय लिया है।राजस्थान विधानसभा में राजपूत आरक्षण की सबसे जोरदार मांग मनोज सिंह ने ही उठाई और चुतरसिंह हत्याकांड में भी इन्होंने जमकर बिरोध किया।
जब जब समाज में अनीति जुल्म अत्याचार बढेंगे तो कोई न कोई शेरसिंह राणा,वीरेंद्र सिंह न्यांगली जन्म जरूर लेगा।।
🙏🏻🚩वीर वीरेंदर न्यांगली अमर अमर रहे 🙏🏻🚩
भाई तू शेर था, शेर बनकर जिया।।
गीदड़ तो वो थे जिन्होंने झुण्ड में।।
तेरे पे हमला किया।।।।
जय भवानी
nice hkm
ReplyDeleteThanks hokam
Delete..............जय माता दी सा............
ReplyDelete*लाङनु चलो लाङनु चलो*
*लाङनु चलो 06.09.2016 को बहन नीतू कँवर को न्याय दिलाने हेतु लाङनु चलो।*
अभी अभी भाई बहन का पावन पर्व गया है और हम भाई बहन बड़ी ख़ुशी के साथ ये त्योहार मनाते है और हम सभी ने अपनी बहिन की रक्षार्थ राखी बाँधी थी पर वहीं इसी त्योहार के ठीक 2 दिन पहले नागौर जिले के लाङनु तहसील के छपारा गांव की एक बेटी और हम सभी की बहिन जो 12 वीं क्लास की होनहार छात्रा भी थी बाईसा नीतू राठौड़ की ऐसी क्या मजबूरी रही होगी कि उसको जहर खाकर मौत को गले लगाना पड़ा और मरते मरते उसने पूरे समाज से और सर्वसमाज से निवेदन कर अपनी मौत के जिम्मेदार उन गुनहगारों, हत्यारो को न छोड़ने और उन्हें सख्त से सख्त सजा दिलवाने की भीख हम सभी से माँगी? और *बड़े दुःख के साथ बताना पड़ रहा हे चारो आरोपी आज भी पुलिस की पकड़ से दूर है जिसमे*
*1.प्रवीण चौधरी सारडी*
*2. महेश चौधरी बाकलिया*
*3. पिकी सेनी दूजार और*
*4. विद्या विहार सीनियर सैकंडरी स्कूल बाकलिया का शिक्षक भगवान राम बेनीवाल है। जो की उस स्कूल के मालिक का भतीजा भी हे। शिक्षक जिसको हम भगवान का दूसरा रूप गुरु के रूप में मानते है*
मेरे प्रिय भाइयो आज हमारी एक बहन नीतू कँवर को उन दरिंदो ने मजबूर कर दिया की वो इस दुनिया से ही बहुत दूर चली गयी अपने भाइयो की कलाई को सूना छोड़कर।
*हमारी बहन के हत्यारे आज 18 दिन बाद भी खुले आजाद घूम रहे हे जिसमे पुलिस इंचार्ज जसवन्तगढ सुरेन्द्र गोदारा की पुरी मिलीभगत और पुलिस की नाकामी मुख्य कारण है।*
मैं सर्वसमाज और खुद अपने राजपूत समाज बन्धुओ और सभी सामाजिक सगठनों और मानवाधिकार आयोग से हाथ जोड़कर निवेदन करता हूँ कि इस बहन को न्याय दिलाने के लिए आगे आये।
इस मामले में अब तक सर्वसमाज ने मिलकर 22.08.2016 को 12 बजे लाङनु उपखण्ड कार्यालय के बाहर सभी समाज बन्धुओ के सामने S.D M मुरारीलाल जी शर्मा को 5 सूत्रीय ज्ञापन दिया था जिसमे 3 दिन में आरोपियों को गिरफ्तार करने और थाना इंचार्ज और केस से सम्बंधित पुलिस प्रशासन को लाइन हाजिर करते हुए अन्य मागो को पूरी करने का आश्वासन दिया था।
*परन्तु आज हमारी बहन को मरे हुए 18 दिन हो गए और समाज की आवाज को शांतिपूर्वक सामाजिक सोहाद्र को बनाये रखते हुए दिए गए उस अल्टीमेटम को आज 8 दिन हो गए पर पुलिस प्रशासन और ऊपर बेठे अधिकारियो के सिर पर जूँ तक नही रेंगी और चारो आरोपी आज भी खुले आम घूम रहे है।*
और बहन नीतू कवर ने अपने आत्मसम्मान को तो नही खोने दिया पर आज भी वो खून के आंसू रो रही होगी की किस सोये हुए समाज को और कैसे भाईयों को जो बहिन की रक्षा नहीं करते है और राखी बड़ी बड़ी बाँधते है उनको मेरे हत्यारों को सजा दिलाने की जिमेदारी देकर मैं इस दुनिया से गई हूँ जो खुद चिरनिंद्रा में है।
मेरे समाज के बंधुओ अभी भी समय हे जाग जाओ वरना इन दरिंदो का हौसला बढेगा और अगला शिकार कहीं अपना ही कोई नही हो.....? और मैं उन सभी सगठनो और समाज के लोगो से भी विनती करता हूँ कि इस समय आपसी मनभेद भूलकर इस बहन को न्याय दिलाये।
*आज सभी समाज बन्धुओ ने बहन नीतू राठौर को न्याय दिलाने के लिए सरकार को चेतावनी देते हुए 6 सितम्बर 2016 को 10 बजे लाङनु S.D.M कार्यालय के बाहर जब तक आरोपियों को सजा और 5 सूत्रीय मांगे पूरी नही होती तब तक अनिश्चतकालीन धरना प्रदर्शन और महापड़ाव का निर्णय लिया है।*
*तो मेरे समाज बन्धुओ हमारी बहिन नीतू कवर को इंसाफ दिलवाये और राखी के असली फर्ज निभाने के लिए 06.09.2016 मंगलवार को लाङनु चलो।*
इस मामले से सम्बंधित किसी भी जानकारी के लिए आप सम्पर्क कर सकते है।
*नरेन्द्रसिंह कुसुम्बी - 9587568722*
*भरतसिंह कुंडली - 9587876367*
*रामसिंह सुद्रासन - 7742221880*
*राजेन्द्रसिंह ठाकरियावास - 9610624995*
निवेदक-
*सर्वसमाज*
जय भवानी
DeleteBhai Virendra nyangli amar rahe. jai jai Rajputana.. Rajput Ekta Jindabad
ReplyDeleteJay ma bhawani
ReplyDeleteJay ma bhawani
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